Wednesday, July 9, 2014

तस्वीर आपकी 'जाना" आप जैसी नहीं 
प्यारसे मनाने पर मान जाती है 
दो पल उन आँखों में देखना मेरा 
और हाल मेरे दिल का वो जान जाती है 

आपको तकलीफ़ है मेरे आने पर 
वो तो हंस कर प्यारसे गले लगाती है 
जो ज़ख्म मुझे आपका मौन देता है 
तस्वीर उन घावों पे मरहम लगाती है 
तस्वीर आपकी "जाना"आप जैसी नहीं 
प्यारसे मनाने पर मान जाती है 

देखो तो कितने प्यारे लगते हो इनमें 
आपसे बेहतर ये नज़र आती है 
ख़डूस हो आप,और बेहद नकचढ़े 
इन्हें देख़ो तो, स्नेह से मुस्कुराती है 
दो पल उन आँखों में देखना मेरा 
हाल मेरे दिल का वो जान जाती है 



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