ये ग़ुनाह, कातिब-ए -मुक्क़दर का नहीं
के नाम हमारा, आपके नाम से न जुड़ सका
ये केहर तो अँजाम है, उस बेवफ़ाई का
जो हमसे हमारे हौंसले, हरदम करते रहे
कातिब-ए -मुक्क़दर- one who wrote the destiny, God
के नाम हमारा, आपके नाम से न जुड़ सका
ये केहर तो अँजाम है, उस बेवफ़ाई का
जो हमसे हमारे हौंसले, हरदम करते रहे
कातिब-ए -मुक्क़दर- one who wrote the destiny, God
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