याद करते करते
उस मोड़ पे आ गए
प्यार का तो पता नहीं
पर खुद को भूल गए
उल्फत में रहे, की
ऐसी गफ़लत में रहे
उसके मन का पता नहीं
हम खुद को भूल गए
कोई समझ रही न सोच
कुछ दीवानगी सी है
चले थे उसको भूलने
पर खुद को भूल गए
उस मोड़ पे आ गए
प्यार का तो पता नहीं
पर खुद को भूल गए
उल्फत में रहे, की
ऐसी गफ़लत में रहे
उसके मन का पता नहीं
हम खुद को भूल गए
कोई समझ रही न सोच
कुछ दीवानगी सी है
चले थे उसको भूलने
पर खुद को भूल गए
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