Saturday, September 25, 2010

खयालो के देश में दंगा मच गया
ख्वाबो के शहर में तबाही हों गयी
ग़ालिब ने अपने ग़म को शब्दों में क्या रखा
ग़ज़ल की दुनिया में वाह-वाही हों गयी

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